दुःख तुमने कोशिश कर करके अर्जित किया है || आचार्य प्रशांत (2015)
2019-11-27 1
वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग ६ सितम्बर २०१५ अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा
प्रसंग: हम अक्सर छवि बनाकर क्यों जीते है? दुःख से कैसे निवारण हो? माया के ठग से कैसे बचें? हम इतने नकली के आदी हो जाते है की सत्य भी झूठ क्यों मालूम पड़ने लगता हैं?